गुरुवार, 21 मई 2020

मुरादाबाद मंडल के जनपद बिजनौर निवासी साहित्यकार भोलानाथ त्यागी की कविता ---- विरथी राम


राम , हमेशा
विरथी रहें  हैं ,
और रावण -
रथी ,
लंका सोने की
होती है ,
राम , पर्णकुटी में
विराजते रहें है ,
यही , जीवन का
रामराज्य है ,
आज एक बार फिर
अनेक  राम
अपनी अपनी सीता
व  , लाव - लश्कर  के साथ
अपनी खोली छोड़ -
नाप रहें हैं
बीहड़ मार्ग -
अपने साकेत की ओर ,
और वहां -
नव  निर्माण हेतु -
समतलीकरण का कार्य
प्रगति पर है ,
तथा समूचा परिदृश्य -
कालनेमि की भूमिका
निबाहने में
व्यस्त है ......


✍️ भोलानाथ त्यागी
 विनायकम
49 इमलिया परिसर 
सिविल लाइंस
बिजनौर 246701
उत्तर प्रदेश, भारत
मोबाइल फोन नंबर 70172 61904  , 94568 73005
           
 


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