मंगलवार, 26 मई 2020

मुरादाबाद की साहित्यकार स्वदेश सिंह की लघुकथा -------- ऑपरेशन


 संगीता की ससुराल में आज सभी बहुत खुश नजर आ रहे थे..... संगीता की शादी के 10 साल बाद उनके घर में खुशी आनें वाली हैं ....इसलिए परिवार के सभी लोग खुशी से नाच रहे थे और एक दूसरे को मिठाई खिला रही थे । संगीता भी बहुत खुश कि उसकी जिंदगी में  एक नया बदलाव आने वाला था ।संगीता को डॉक्टर ने बेड रेस्ट  के लिए बोला है..... परिवार के सभी सदस्य  दिन-रात संगीता की सेवा में लगे रहते लगे रहते थे। ...साथ ही उसके पति महेश ने उसकी देखभाल के लिए तथा घर के काम के लिए दो  नौकरानियों की व्यवस्था भी कर दी थी।
 ....संगीता अब बिस्तर पर लेटे- लेटे मोबाइल चलाती रहती है और अपने पसंदीदा कार्यक्रम टीवी पर देखती रहती है।.... डॉक्टर ने  विशेष आराम करनें की विशेष हिदायत दे रखी थी कि बच्चा केवल ऑपरेशन से ही पैदा हो सकता है ....नॉर्मल डिलीवरी के कोई चांस नहीं है ...परंतु आज देश में लॉकडाउन की स्थिति होने के कारण संगीता और उसका परिवार बेहद परेशान था। कोरोना महामारी के डर से कामबालियों को भी मना करना पड़ा।......घर का सारा काम संगीता को ही अकेले करना पड़ रहा  था  ...वह पूरे दिन धीरे-धीरे घर के सभी कामों को निपटाती रहती थी। ......आज अचानक संगीता को पेट में दर्द होने लगा ....महेश संगीता को लेकर डॉक्टर के पास गया .... डॉक्टर ने उसे एडमिट कर लिया। परंतु डॉक्टर को कोरोना महामारी में ऑपरेशन करने की अनुमति नहीं थी .....दुखी होकर डॉक्टर ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया। सभी बहुत परेशान और चिंतित हो गए कि अब क्या होगा .....सभी लोग बाहर डॉक्टर के क्लीनिक में बात कर रहे थे .....कि तभी नर्स ने आकर डॉक्टर से कहा .....डॉक्टर साहब देखों ....जल्दी चलों डिलीवरी होने वाली है डॉक्टर तुरंत  अंदर लेबर रूम में गई और..... संगीता ने नॉर्मल डिलीवरी से एक सुंदर व स्वस्थ  पुत्र को जन्म दिया ।....जिसे सुनकर सभी अचंभित रह गए और सभी डॉक्टर की तरफ  देखने लगे ...डॉक्टर बिना कुछ कहें..अपने काम में लग गई.......

✍️ स्वदेश सिंह
 सिविल लाइन्स
 मुरादाबाद 24401
मोबाइल -9456222230

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