गुरुवार, 7 मई 2020

मुरादाबाद की साहित्यकार राशि सिंह की लघुकथा ----- राजनीति


​"सुन री भूरी आज पड़ोस के घर की लाली ने बछड़े को जन्म दिया है "जुगाली कर रही भूरी  गाय से काली गाय ने कहा l
​तो वह मुस्करा दी उसकी मुस्कराहट में व्यंग था जिसे काली गाय सह न सकी और सींग से झुरीयाते हुए बोली ...
​"क्यों हंस रही है फीकी हँसी ?"
​"और नहीं तो क्या करूँ ...कितनी अभागन है न लाली कि उसने बछड़े को जन्म दिया , अगर बछिया देती तो कम से कम जब तक दूध देती तब तक ज़ी तो लेती मगर .....?"
​"मगर क्या ?"
​"इसका बच्चा तो ज्यादा ज़ी भी नहीं पाएगा ...खेती में इस्की जरूरत नहीं ...दूध यह देता देगा नहीं फिर ...फिर इंसान इसको फ्री में थोड़े ही खिलाएंगे l"
​"हाँ इसके बछड़े पर तो हमारे जैसी राजनीति भी नहीं होगी l"कहकर दोनों जुगाली करने लगीं l


​ ✍️ राशि सिंह
मुरादाबाद  244001
​मोबाइल फोन नंबर --- 9410246421




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