रविवार, 10 मई 2020

मुरादाबाद मंडल के जनपद बिजनौर निवासी डॉ अशोक रस्तोगी का गीत ------ममता का अमूल्य उपहार है मां !! वात्सल्य की अजस्र जलधार है मां !!


ममता का  अमूल्य उपहार है मां !!
वात्सल्य की अजस्र जलधार है मां !!

खुद पीड़ा सहकर मां,पीड़ा से बचाती है !
दिन रात जागकर मां,बेटे को सुलाती है !
आंख मूंद ले लाल,सपनों में खो जा रे लाल ,
खुद  थककर  भी  मां ,लोरियाँ सुनाती है !

जीवन है, अमृत की रसधार है मां !!
ममता का  अमूल्य उपहार है मां !!

जब बाहर जाता हूँ, मां चिंतित रहती है !
हर आहट पर उठती, दरवाजा तकती है !
सबसे पूछती है, आया क्यों नहीं अब तक ?
जब तक न लौटूं घर,मां जागती मिलती है !

भीगी आंखों का,अधीर इंतज़ार है मां !!
ममता  का  अमूल्य  उपहार    है मां !!

जब तक नहीं खाता मैं, वह भूखी रहती है !
सूखी आंतों में वह ,इतनी ताकत रखती है !
खुद सूखा खाती है, मुझे घी दूध पिलाती है !
खुद आंसू पीती है,पर मुझको हंसाती है !

हर्ष और उल्लास का,एक संसार है मां !!
ममता   का  अमूल्य   उपहार   है   मां !!

प्रेम और अनुराग, मां का आंचल देता है !
धूप और छांव का,सुखद अहसास देता है !
धरती  सा धैर्य, स्वर्ग  सा आकाश देता है !
तिमिर से  पूरित  मन को, प्रकाश देता है !

नेह और करुणा का,अमित भंडार है मां !!
ममता    का   अमूल्य   उपहार   है  मां !!

✍️डा.अशोक रस्तोगी.
अफजलगढ़. बिजनौर.
मो.9411012038/8077945148

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