बुधवार, 25 मार्च 2020

मुरादाबाद मंडल के जनपद अमरोहा निवासी साहित्यकार मरगूब हुसैन की रचना -- कोरोना का इलाज नहीं है, सावधानी ही बचाव है



कोरोना कोई मज़ाक नहीं, भयंकर ये बीमारी है।
हर ओर फैला है ये तो, अब परेशां दुनिया सारी है।
इतने पर भी मेरे देश में, लोग नहीं दिखते गंभीर।
ऐसे में भी जागे हम ना, तो हम सब की मतमारी है।


कोरोना का इलाज नहीं है, सावधानी ही बचाव है।
सावधानी तुम बरतलो ज़्यादा, सबका यही सुझाव है।
फैल गया इसका संक्रमण, मुश्किल होगी बहुत हमें।
अपना लो तुम ठोस क़दम बस, मर्ज़ी का ये चुनाव है।


यह बात मैं सबसे कहता, मसखरी का यह दौर नहीं।
ऐसा लगता तुमको शायद, इस त्रासदी पर ग़ौर नहीं।
भयाभयता तुम कोरोना की, चीन ईरान इटली से पूछो।
चौकन्ने तुम रहो हमेशा, इलाज़ इसका कोई और नहीं।


जनता कर्फ्यू बेहतर उपाय, पीएम के तुम साथ चलो।
समझो इसको बोझ नहीं,  हाथों में लेकर हाथ चलो।
कर्फ्यू से टूटेगी चेन, फिर कोरोना भी निश्चित हारेगा।
एका में अपार है ताक़त, मिलजुल कर बस साथ चलो।


उठो चलो आगे बढ़ जाओ, कोरोना को दूर भगाओ।
महाआपदा बीमारी को, देश में अपने मत ठहराओ।
सुरक्षित रहे देश मेरा बस, चाहत है मरग़ूब की ये तो।
रखो हौंसला और आगे तुम,बढ़ते जाओ बढ़ते जाओ।

**मरग़ूब हुसैन
 गुलिस्तां हाउस
 दानिशमंदान
अमरोहा
उत्तर प्रदेश, भारत
मोबाइल फोन नंबर 94125 87622

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