गुरुवार, 19 मार्च 2020

मुरादाबाद की साहित्यकार डॉ अर्चना गुप्ता की बाल कविता --- कोरोना पर निबंध



टीचर ने  निबंध लिखवाया कक्षा में  कोरोना पर
नया नया त्योहार इसे बच्चों ने बतलाया हँसकर
होली के ही आसपास ये तो आता है
छुट्टी भी लंबी लंबी ये करवाता है
पास बिना एग्जाम दिए ही करवा देता
हमको ये त्योहार बड़ा ही अच्छा लगता
बस थोड़ी सी बात यही न अच्छी लगती
कोई पार्टी पिकनिक नही  करने को मिलती
बार बार ही हाथ धुलाती मम्मी रहती
बाहर मत जाना बस ये ही हमसे कहती
चाट पकौड़ी पिज़्ज़ा बर्गर छुट्टी सबकी
बात बात पर कोरोना की मिलती धमकी
लेकिन ये कोरोना अपने मन भाया है
छुट्टी का आनन्द इसी ने दिलवाया है
आज़ाद किया इसने बच्चों को टेंशन से
उतार पढ़ाई का बोझ दिया बिल्कुल  मन से
पढ़कर इसको टीचर जी का सर चकराया
भूल गए वो अपना सारा पढ़ा पढ़ाया

डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत

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