शुक्रवार, 27 मार्च 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार शिव अवतार रस्तोगी सरस की रचना --घातक रोग महा कोरोना ऐसा रोग किसी को हो ना।....



घातक रोग महा कोरोना
ऐसा रोग किसी को हो ना।
आंख नाक मुंह रखें बचाकर
नजला, खांसी कभी न होना।1.

इक्किस दिन घर अंदर रहना।
गली सड़क पर पैर न धरना।
लक्ष्मण रेखा खिंची हुई है,
अंदर ही सुख दुख सब सहना।2.

रखें परस्पर हम सब दूरी।
बस, कुछ दिन की है मजबूरी।
स्वयं  वायरस,  मर जाएंगे
मगर   सुरक्षा   रक्खें पूरी।3.

रोग भयानक घिर कर आया
अखिल विश्व में यह मंडराया।
अभी नहीं उपचार मिला है
हर कोई इससे घबराया ।।4.

मिले न संयम बिना सुरक्षा।
आत्म- नियंत्रण सबसे अच्छा।
अलग -थलग हम रहें स्वयं ही
तब ही संभव सबकी रक्षा ।5.

कदम तीसरा पड़े कभी ना।
वरना ,मुश्किल होगा जीना ।
महाप्रलय का दृश्य  उपस्थित
सोच- सोच आ रहा पसीना।6.,

 *** शिव अवतार रस्तोगी सरस
        मुरादाबाद 244001
        उत्तर प्रदेश, भारत

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