शनिवार, 21 मार्च 2020

मुरादाबाद की साहित्यकार डॉ अर्चना गुप्ता की बाल कविता – क से कविता हो रही कोरोना पर आज ....


क से कविता हो रही कोरोना पर आज
ख से खत्म करना हमें कोरोना का राज
ग से गमन न कीजिये रखना इसका ध्यान
घ से घर पर बैठिये कहना लीजे मान
च से जमा न होइये कहीं लोग भी चार
छ से छुपाना  भी नहीं इसको देखो यार
ज से मुश्किल में पड़ी हम सबकी है जान
झ से झांक बालकनी से इतना कहना मान
ट के टकराना नहीं रखना बस अलगाव
ठ से कैसा आ गया दुनिया में ठहराव
ड से डरना भी नहीं बात रहे ये याद
ढ़ से ढकने से इसे होंगे हम बर्बाद
त से ताकतवर नहीं वैसे ये कमजोर
थ से थामना हमें इसका बढ़ता जोर
द से दवा से नहीं इसका चलता काम
ध से धर्म हमारा करनी इसकी  रोकथाम
न से नियमों को सभी देखो अब  लो मान
प से पाओगे बचा कोरोना से जान
फ से फल मीठा पाने का भी  सुन लो ये राज
ब से बरतो सावधानियां कुछ सब मिलकर  आज
भ से भूल न जाना धोना अपने अपने  हाथ
म से मलना भी सब उनको साबुन के साथ
य से यारों से अपने रहना होगा दूर
र से रोने के लिए हमें नहीं होना  मजबूर
ल से लानी नई क्रांति है  लोगों में आज
व से  वजह ढूंढकर करना हमें इलाज
स से सफाई का होगा रखना हमको ध्यान
ज्ञ से हमें बढाना होगा अपना अपना ज्ञान
श से मांसाहार छोड़ खाओ बस शाकाहार
ह से हाथ नहीं मिलाना करना  सिर्फ नमस्कार

डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत

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