कुछ तो तू खुद्दारी कर
सदा देश से यारी कर।।
खाते नमक देश का हम
मत इससे गद्दारी कर।।
देश रहेगा ,हम भी होंगे
मिलकर पहरेदारी कर।।
इधर-उधर की फेंक न तू
कुछ तो राम सवारी कर।।
अन्तः को भी झाँक लिया कर
इसकी रोज बुहारी कर।।
"चक्र " चक्र में घूम रहा है
सबमें प्यार शुमारी कर।।
**डॉ राकेश चक्र
90 बी, शिवपुरी
मुरादाबाद 244001
उ.प्र ., भारत
9456201857
Rakeshchakra00@gmail.com
सदा देश से यारी कर।।
खाते नमक देश का हम
मत इससे गद्दारी कर।।
देश रहेगा ,हम भी होंगे
मिलकर पहरेदारी कर।।
इधर-उधर की फेंक न तू
कुछ तो राम सवारी कर।।
अन्तः को भी झाँक लिया कर
इसकी रोज बुहारी कर।।
"चक्र " चक्र में घूम रहा है
सबमें प्यार शुमारी कर।।
**डॉ राकेश चक्र
90 बी, शिवपुरी
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