मचा हुआ चहुँ ओर है , भीषण हाहाकार।
झेल रहा सारा जगत , कोरोना की मार।।
घर के अंदर ही रहो, निकलो कहीं न आप।
बार बार ये कह रही, लोगों से सरकार।।
बाहर जाओ गर कभी, रखना खुद का ध्यान।
कहीं संक्रमण से नहीं , हो जाना बीमार।।
पालन दिल से हम करें, निर्देशों का रोज।
हो जायेगी कुंद तब , कोरोना की धार ।।
संकट की है ये घड़ी, मत खोना तुम होश।
दृढ़ निश्चय को धार कर, देना इसको हार।।
कोरोना के कीट ने, जीना किया मुहाल।
चौपट इसने कर दिये, सारे कारोबार।।
इक दूजे से दूर से, ममता करनी बात ।
जीवन से बढ़ कर नहीं, कोई भी उपहार।।
डाॅ ममता सिंह
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
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