रविवार, 22 मार्च 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार स्मृतिशेष बहोरी लाल शर्मा का गीत। यह उस समय लिखा गया था जब वह के जी के कालेज मुरादाबाद में एम ए हिंदी के छात्र थे। इसका प्रकाशन 1954 में कालेज की पत्रिका में हुआ था ।



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