सोमवार, 2 मार्च 2020

अधिवक्ता साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच मुरादाबाद की ओर से 29 फरवरी 2020 को काव्य गोष्ठी का आयोजन

 अधिवक्ता साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच मुरादाबाद के तत्वावधान में  सभागार जिला बार एसोसिएशन में  युवा और राष्ट्र विषय पर काव्य/ विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक कुमार सक्सेना एडवोकेट ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला बार के महासचिव हरप्रसाद एडवोकेट कार्यक्रम रहे । कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार अशोक विश्नोई रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया।
  कार्यक्रम में वक्ताओं ने वर्तमान परिस्थितियों में युवाओं और विशेष कर युवा अधिवक्ताओं की भूमिका पर चर्चा परिचर्चा की। इस अवसर पर उपस्थित अधिवक्ता साहित्यकारों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से समाज में फैली हुई  कुरीतियों और नफरतों को समाप्त करने का प्रयास किया । कार्यक
 मोहम्मद जावेद आलम ने कहा  -
बादल है बदली है परछाई है
आसमां में देखो धुंध सी छायी है
सड़कों पर देख लो, फैला खून है
कोने  में  चुपचाप खड़ा,देखो कानून है।।
तंज़ीम शास्त्री ने कहा -
भूलकर भी ना कोई तू ऐसी भाषा लिखना ।
 नई नई परंपराओं से लड़ा  रहे है जो समाज को।
 ऐसे तत्वों के विरुद्ध तू  इंकलाब लिखना ।।
 अज़हर अब्बास नकवी ने कहा -
सच बोलते ही सर मेरा हो जाएगा कलम।
 खंजर  मेरे गले के निहायत करीब है।
 अनिरुद्ध उपाध्याय "आज़ाद" ने कहा -
दिल हल्का करने के लिए कोई मिलता ही नहीं यहां ।
 हर किसी ने बसा लिया है अपना अलग जहां ।।
 अरविंद कुमार शर्मा आनंद ने कहा -
 बहाया था दरिया वफाओं का हमने ।
 कि तोड़ा गुमान भी घटाओं का हमने ।
मयस्सर हुआ जो भी उसमें रहा खुश।
न मांगा जखीरा दुआओं का हमने।
 कार्यक्रम का संचालन करते हुए आवरण अग्रवाल "श्रेष्ठ" ने कहा -
 मरा हिंदू , मरा मुसलमान बताएंगे।
 सियासत वाले दंगे में मरा कब इंसान बताएंगे ।।
 कार्यक्रम में जयवीर सिंह एडवोकेट, मोहम्मद मुख्तार वारसी एडवोकेट, विशाल राठौर एडवोकेट, प्रमोद प्रत्येकी एडवोकेट, डॉ राकेश जैसवाल एडवोकेट आदि मौजूद रहे ।
   




::::::प्रस्तुति:::::::
आवरण अग्रवाल "श्रेष्ठ"
महासचिव
अधिवक्ता साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत

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