शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार डॉ विश्व अवतार जैमिनी की ग़ज़ल ----- हैवानियत के जुर्म में पकड़ा गया, ये कोई पहुंचा हुआ फकीर है । मैं इबादत और की क्यों कर करूं, दिल में जब मां बाप की तस्वीर है ।


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