मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

मुरादाबाद मंडल के जनपद रामपुर निवासी साहित्यकार ओंकार सिंह विवेक की गजल --- सुनीं सड़कें गलियां और बाजार नहीं रहने, और बहुत दिन तक धुंधले मंजर यार नहीं रहने


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