गुरुवार, 30 अप्रैल 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार अशोक विश्नोई की लघु कथा ----- भूख


   मां ने तीनों बच्चों को अपने पास बैठाया उनके सर पर हाथ फेरकर कहा बच्चों आज
सेठ के लड़के का जन्म दिन था, वहां महमानों की भीड़ जमा थीं औऱ बेटा वहां कई तरह के पकवान, मिठाइयां भी बनी थी ।बच्चे बोले और माँ----! महमानों ने प्लेटों में खाना, मिठाइयाँ छोड़ दीं उन्हें  कुत्ते खा रहे थे। और-------!!'' तभी एक बच्चा बोला पर माँ तुम खाना क्यों नहीं लाई मुझे भूख लग रही है "।यही प्रश्न उन दोनों ने भी किया ।उनकी बातें सुनकर माँ की आंखों में आँसू आ गए ।आँसू देखकर बच्चे चुप हो गए और बोले '' माँ कल फिर सुनना ऐसी सुंदर कहानी ''।हमारा तो कहानी सुनकर ही पेट भर जाता हैं माँ--------!!और बच्चे उठकर सोने चले गए ।
         
           ✍️ अशोक विश्नोई
            मुरादाबाद 244001
        मोबाइल फोन नम्बर 9411809222

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