गुरुवार, 9 अप्रैल 2020

मुरादाबाद की साहित्यकार स्वदेश सिंह की लघुकथा --- वक्त


















  नाजिम रोते -रोते स्कूल की प्रधानाचार्य के पास पहुंचा और कहने लगा मैडम यदि मैंने आपकी बात मान ली होती तो आज मैं भी हाई स्कूल पास होता ।परंतु आपकी बात ना मान कर मुझे बहुत दुख हो रहा है ।.....नाजिम कक्षा 10 का विधार्थी था पढ़ने में बेहद कमजोर था ,परंतु विद्यालय की प्रधानाचार्या ऐसे बच्चों पर विशेष ध्यान देकर उन्हें अलग से तैयारी करा कर परीक्षा में सम्मिलित कराती थी जिससे कि वह परीक्षा में पास हो सके।परन्तु  नाजिम का मन पढ़ाई में नहीं लगता था। बार-बार कहने के बाद भी वो ना स्कूल आता था और ना ही पढ़ता था । थक -हार कर स्कूल से उसका नाम काटना पड़ा। परंतु जब आज  कोरोना महामारी के कारण  हाईस्कूल के परीक्षाफल में सभी को उत्तीर्ण कर दिया गया है।  स्कूल के सभी साथियों को पास देख कर वह अपने किये पर वह बहुत पछता रहा है........

✍️ स्वदेश सिंह
 सिविल लाइन्स
मुरादाबाद 244001
मोबाइल फोन नम्बर 9456222230

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