सोमवार, 6 अप्रैल 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार राजीव प्रखर जी रचना--- जब तक ढीली हो नहीं कोरोना की पैठ, सबसे अच्छा है यही जमकर घर में बैठ.... यह रचना हिंदी साहित्य संगम की 5 अप्रैल 2020 को आयोजित ऑनलाइन काव्य गोष्ठी में प्रस्तुत की गई।


1 टिप्पणी: