अपने घर में रहो, ज़िद किया मत करो
बेवजह मुश्किलों को बड़ा मत करो
खोल लो मन में कुछ ज्ञान की खिड़कियाँ
धर्म के नाम पर जलजला मत करो
दिल से दिल का मिलाना ही देखो बहुत
अब किसी से गले तुम मिला मत करो
जान भी अपनी तो अपने ही हाथ अब
मैले होने इन्हें तुम दिया मत करो
फैल जाती हैं अफवाह इनसे बड़ी
बात कोई बढ़ाकर कहा मत करो
रूठ तुमसे न जाए तुम्हारा ही दिल
खुद से यूँ गुमशुदा तुम रहा मत करो
‘अर्चना’ दौर मुश्किल गुज़र जाएगा
बस गलत राह पर तुम चला मत करो
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
मोबाइल फोन नंबर 9456032268
बहुत प्रेरक रचना।
जवाब देंहटाएं