विद्यालय से वापस लौटते हुए सीमा की स्कूटी अज्ञात वाहन की चपेट में आ गई और टक्कर लगने से स्कूटी सहित सड़क किनारे गहरी खाई में जा गिरी । सीमा गंभीर रूप से घायल अचेत अवस्था में पड़ी थी...…।
श्याम अपनी कार से ऑफिस से वापस लौट रहा था, उसने देखा कि ....सड़क के किनारे बहुत सारे लोग एकत्र हैं । उसने तुरंत गाड़ी रोक कर साइड में ली। उतर कर देखा तो उसके होश उड़ गए ...."अरे ये तो सीमा मैम हैं "... पास जाकर हिला डुला कर देखा स्थिति गंभीर थी। श्याम ने आनन - फानन में गाड़ी में सीट पर लिटाकर तेज़ी से हॉस्पिटल लेकर चल दिया रास्ते से ही हॉस्पिटल में संपर्क किया ....इमर्जेंसी में भर्ती कराया। डॉक्टर ने चेक अप के पश्चात कहा कि "सिर और नाक में चोट होने के कारण इनका ब्लड ज्यादा बह गया है ,तुरंत ही ऑपरेशन करना होगा और ब्लड भी चाहिए"। श्याम की आंखों से अश्रु धार बह रही थी ..
ख़ुद को संभालते हुए बोला," डॉक्टर जितना ब्लड चाहिए मेरा ले लीजिए और रुपए पैसे की चिंता मत कीजिए प्लीज़ मेरी मैम को बचा लीजिए......। " ऑपरेशन के पश्चात सीमा को ओ.टी.से रूम में शिफ्ट किया गया... जब होश में आई तब श्याम ने माथे पर हाथ फेरते हुए कहा कि ..."मैम अब कैसी हैं "? सीमा मुस्कुराई और बोली "आख़िर , तुमने दे ही दी मुझे गुरु दक्षिणा .....श्याम शांत हो कर मुस्कराते हुए शून्य में निहारने लगा......।
✍️ रेखा रानी, विजय नगर गजरौला, जनपद अमरोहा, उत्तर प्रदेश
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