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शनिवार, 20 जून 2020
मुरादाबाद के साहित्यकार शिव नारायण भटनागर साकी की रचना -- 'रुक नहीं सकता कभी बढ़ता हुआ यह कारवां ' । यह रचना उन्होंने अपने छात्र जीवन के दौरान उस समय लिखी थी जब वह बीए द्वितीय वर्ष के छात्र थे । उनकी यह रचना 54 साल पहले केजीके स्नातकोत्तर महाविद्यालय मुरादाबाद की वार्षिक पत्रिका के अंक 16( 1965- 66) में प्रकाशित हुई थी।
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