कक्षा में रोज़ पवन को मुर्गा बना दिया जाता था।बिना किसी बात के बैन्च पर खड़ा कर दिया जाता था । कई माह तक यह क्रम चलता रहा ।
आखिर तंग आकर पवन ने माँ से कहा , '' माँ ! मुझे पचास रुपये दोगी ।'''' हाँ ! हाँ ! ! मगर करेगा क्या ?''
'' तुम दो तो सही ।''
अगले दिन पवन कक्षा में सबसे आगे बैठा था और मुर्गा भी नहीं बना ।
✍️ अशोक विश्नोई
मुरादाबाद
मोबाइल -9411809222
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें