बुधवार, 3 जून 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार नृपेंद्र शर्मा सागर की लघुकथा------भगवान सब अच्छा करता है.


"ऐ... कहाँ जा रहे हो? पता नहीं दुनिया में क्या चल रहा है। सारा संसार बीमारी से जूझ रहा है। सारे देश में लॉक डाउन लगा हुआ है और तुम्हें घूमने की पड़ी है।" एक पुलिस वाला डंडा हिलाकर एक बुजुर्ग से कह रहा था।
"क्या बताऊँ बेटा कई दिन से बुखार है, खाँसी भी बहुत है और अब तो चक्कर भी आ रहे हैं।" बूढ़े ने खाँसते हुए कहा।
"तुम क्या रोज ऐसे ही खुलेआम बाहर घूमते हो?" पुलिस वाले ने पूछा।
"नहीं साहब रोज नहीं बस जिस दिन घर में रोटी नहीं मिलती या ..." कुछ कहते-कहते रुक कर बूढा जोर-जोर से खाँसने लगा।
तब तक पुलिस वाला कहीं फोन कर चुका था।
कुछ ही देर में एक एम्बुलेंस आयी जिसमें पूरी तरह सुरक्षा आवरण पहने हुए कर्मचारी थे।
उन्होंने बूढ़े को पूरी तरह कवर किया और अपने साथ ले गए।
"चलो अब मेरी सारी जाँच और इलाज फ्री में हो जाएगा और रोटी भी मिलती रहेगी।
बहु की मार से भी बचूँगा। चार साल पुरानी खाँसी आज काम आ गयी। भगवान जो करता है अच्छे के लिए ही करता है।"
बूढा मुस्कुराते हुए बुदबुदा रहा था और एम्बुलेंस सायरन बजाती भागी जा रही थी।

✍️  नृपेंद्र शर्मा "सागर"
ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद
9045548007

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