शनिवार, 26 सितंबर 2020

मुरादाबाद मंडल के जनपद अमरोहा निवासी साहित्यकार मुजाहिद चौधरी की ग़ज़ल उन्हीं की हस्तलिपि में --एक मासूम से चेहरा पल में कातिल लगने लगता है, आंख मिलाकर शरमाना भी अच्छा लगता है ...


 

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