अभी एक माह भी नहीं नहीं हुआ था गीता की शादी को कि बेटी अचानक घर आ गई। मां ने पूछा,'' बेटी तू ठीक तो है ना---?''
हाँ माँ ! उत्तर देते हुए बेटी का गला रुंध गया----।
'' परन्तु यह तेरे शरीर पर नीले - लाल निशान कैसे हैं?''
'' माँ ! कुछ नहीं तू चिंता न कर ।"
" लेकिन माँ तो माँ होती है उसे चैन। कहाँ, उसने फिर पूछा ।"
" फिर भी ।"बता तो सही क्या हुआ?
" बेटी ने आँख में आँसू लिए कहा, यह तो माँ रंगीन टेलीविजन के बिगड़ते कार्यक्रमों की कुछ झलकियां हैं-----।"
" बस फिर क्या था माँ को समझने में देर नहीं लगी।"
✍️ अशोक विश्नोई
मुरादाबाद
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