शुक्रवार, 28 अगस्त 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार स्मृतिशेष प्रो.महेन्द्र प्रताप का गीत - घिरे व्यथा के बादल मन में ....यह गीत लगभग 70 वर्ष पूर्व प्रकाशित हुआ है केजीके महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका 1950-51 में ।




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