शुक्रवार, 14 अगस्त 2020

मुरादाबाद मंडल के जनपद अमरोहा निवासी साहित्यकार मुजाहिद चौधरी की लघुकथा --------जिम्मेदार कौन


      सुनीता के पति सीबीआई में अधिकारी थे । दोनों की शादी को लगभग 14 वर्ष हो चुके थे, दो बच्चे थे । एक बेटा और बेटी अनुपम के माता-पिता भी साथ में रहते थे l अनुपम बहुत खुश रहते थे,अपनी पत्नी,बच्चों और माता पिता के साथ । और पत्नी भी अपने मायके की सारी यादें,चिंता और कष्ट भूल चुकी थी और अपनी ससुराल में रम चुकी थी । उसे अपने सास ससुर और पति तथा बच्चों के अलावा कुछ दिखाई नहीं देता था ।
     वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव थी,लेकिन दोनों पति पत्नी रात में अपने सोशियल मीडिया की एक्टिविटीज को भी एक दूसरे से शेयर करते थे, एक दिन अचानक किसी महिला का फोन आया और सुनीता और उस महिला की टेलीफोन पर नरमा गर्मी होने लगी । अनुपम सोए हुए थे,शोर से उनकी आंख खुली तो उन्होंने विवाद का कारण पूछा,सुनीता ने बताया कि उनके फेसबुक फ्रेंड की पत्नी ने उनकी फ्रेंडशिप को गलत नाम दे दिया है, उसने मुझे  चरित्रहीन व‌‌ बाजारी औरत कहकर संबोधित किया है ।
      अनुपम ने अपनी पति को भी बताया कि मेरा आकाश से कोई संबंध नहीं है,मात्र फेसबुक फ्रेंडशिप है । और बात आई गई हो गई । परन्तु अगले दिन अनुपम के फोन पर भी उस पत्नी की कॉल आई उसने सुनीता के बारे में अनुपम से भी अनाप-शनाप बातें कीं और सुनीताके चरित्र पर सवाल उठाया और फोन अपने पति आकाश को दे दिया । आकाश ने भी सुनीता के साथ-साथ अनुपम को भी खुद को फंसाने का दोषी ठहराया । उसके बाद तो अनुपम का गुस्सा चौथे आसमान पर था,उसने अपना घर सर पर उठा लिया । चीखने चिल्लाने लगा ।
        आज एक महीना हो चुका है,अनुपम ना किसी से बात करता है,ना हंसता है,ना मुस्कुराता है, ना उसे खाने पीने की परवाह है,ना कपड़े बदलने का ख्याल । सुनीता उसके पास जाती है तो वह उसे धोखेबाज, बदचलन औरत कहता है और कमरे से बाहर निकाल देता है । सैकड़ों बार माफी मांगने के बाद भी अनुपम अपनी पत्नी को माफ करने के लिए तैयार नहीं है ।बच्चे सहमे हुए हैं,माता-पिता लाचार हैं । हंसता खेलता घर सोशल मीडिया पर हुई गलतफहमी से बिखरने के कगार पर है । सुनीता बार-बार सोचती है,इसका जिम्मेदार कौन है ? मैं स्वयं ? सोशियल मीडिया ? उसका औरत होना ?या चरित्रहीन औरतों का सोशल मीडिया पर एक्टिव होना ... या फिर पुरुषों का शक्की मिजा़ज....

मुजाहिद चौधरी
हसनपुर,अमरोहा

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