बुधवार, 5 अगस्त 2020

मुरादाबाद की साहित्यकार स्वदेश सिंह की लघुकथा -------पुरस्कार


बहुत बड़े एनजीओ की अध्यक्षा  अपनी वृद्धा सासू माँ से बोली... माताजी मैंने आपका सामान पैक कर लिया है.... मैं आपको वृद्ध आश्रम में छोड़ देती हूँ। .....मैं पूरे दिन समाज सेवा में लगी रहती हूँ...और आप यहां मेरे जाने के बाद अकेली रहती है ।... वृद्धा आश्रम मेंआपको आपके जैसी बहुत सारी औरतें मिल जाएंगी। जो आपसे बोलती भी रहेगी ।और आपका समय आराम से कट जाएगा और आपको अकेलापन भी नही लगेगा।....  ऐसा कह कर वह अपनी सासू माँ को गाड़ी में बैठा वृद्धाश्रम में  छोड़ कर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस  पर पुरूस्कार  प्राप्त करने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हो गयी।

स्वदेश सिंह
सिविल लाइन्स
मुरादाबाद

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