शनिवार, 15 अगस्त 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार राजीव प्रखर की लघुकथा --- बच्चा


"अभी आती हूँ अम्मा ! मेरा बच्चा प्यासा है, ज़रा उसे पानी पिला दूँ"...., कहते-कहते बाँझ शन्नो, ममता भरी आँखों से नन्हें पौधे को पानी देने लगी।

✍️ राजीव 'प्रखर'
मुरादाबाद

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