बुधवार, 5 अगस्त 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार डॉ पुनीत कुमार की लघुकथा --------गंदगी


पिछले दिनों एक मंदिर में जाना हुआ। वहां सिल्क का खूबसूरत कुर्ता पैजामा पहने एक महोदय मासूम और भोले भाले से दिखने वाले एक युवक को बुरी तरह से डॉट रहे थे -- क्या गंदे संदे कपड़े पहन
कर आए हो।तुम्हे पता नहीं - मंदिर में किसी भी तरह की गंदगी वर्जित है।
        थोड़ी देर में मैंने देखा।वो महोदय अपनी कामुक निगाहों से,महिला भक्तो को बराबर घूरे जा रहे थे।

डॉ पुनीत कुमार
T-2/505
आकाश रेजिडेंसी
मधुबनी पार्क के पीछे
मुरादाबाद - 244001
M - 9837189600

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