" अम्मी, आज कृष्ण जन्माष्टमी है न!" - रूबी ने टी वी देखते हुए अपनी अम्मी को याद दिलाने के उद्देश्य से पूंँछा ।
" हांँ, तो !" - पूंँछते हुए रूबी की अध्यापिका अम्मी अपने काम में व्यस्त रहीं ।
" पिछले साल स्कूल खुला था तो मुझे राधा के रूप में सजाया गया था । सभी कह रहे थे कि कहीं नज़र न लग जाये।" - बतियाते हुए रूबी की याद ताजा हो आयी और सोचने लगी कि आजकल कोरोना के कारण सब चौपट हो गया है।
" और पूरे स्कूल में तुम्हारी पहचान राधा के रूप में होने लगी थी ।" - रूबी की अम्मी ने हंँसते हुए उसकी खुशी को दोगुना कर दिया ।
✍️ राम किशोर वर्मा
रामपुर
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