गुरुवार, 3 सितंबर 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार प्रवीण राही की लघुकथा --- विज्ञापन


  बूट प्राइवेट लिमिटेड जूते की नई कंपनी है।अच्छे डिजाइन और क्वालिटी के बावजूद भी उनके जूतों की मांग नहीं बढ़ रही है।इस पर विचार करने के लिए कंपनी के मालिक ने पूरी टीम को मीटिंग के लिए बुलाया .......
अंततः सभी के विचार से यह निष्कर्ष निकला कि,जूते को ब्रांड प्रमोशन की जरूरत है ।कुछ दिनों बाद मालिक ने अपने एक भरोसेमंद कर्मचारी को बुलाकर अच्छे खासे पैसे दिए और साथ ही एक मीडिया वाले को भी पैसे देकर एक डील की.....डील के तहत कल राष्ट्रीय कार्यकर्ता पार्टी के अध्यक्ष अशोक केजरी  रैली निकाल रहे हैं... रैली में भीड़ बहुत होगी और उन कार्यकर्ता पर भीड़ से जूता फेंकना है.... अगले दिन यही हुआ भी, भीड़ से किसी ने कार्यकर्ता पर जूता फेंक कर मारा और वहां खड़ी मीडिया ने उस जूते का कार्यकर्ता के साथ चित्र ले लिया। कई दिनों से टीवी पर यही न्यूज चल रहा है कि राष्ट्रीय कार्यकर्ता पार्टी के कार्यकर्ता पर भीड़ से किसी ने जूता फेंका और जूता बूट कंपनी का है....काफी मजबूत जूता, जिसकी वजह से उनके सिर पर गहरी चोट लगी है।अब इन कुछ दिनों से जूतों की मांग बढ़ गई है और  राष्ट्रीय,अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस जूते को पहचान मिल गई है। अब हर नाप की पहले से ज्यादा कीमत बढ़ा दी गई है...... आखिर मीडिया और कर्मचारी को दिया गया पैसा, आम जनता से निकालना है।

 ✍️ प्रवीण राही
मुरादाबाद

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