शुक्रवार, 11 सितंबर 2020

मुरादाबाद मंडल के जनपद रामपुर निवासी साहित्यकार रामकिशोर वर्मा की रचना


अक्षर जिसके वैज्ञानिक हैं, शब्द उच्चारण भी शुद्ध ‌।
जो लिखते हैं,वही पढ़ें हैं; पढ़े़ं वही, लिखा जो शुद्ध ।।
ऐसी हिन्दी सबकी प्यारी, हर घर की  यह फुलवारी ‌।
सब जाने हैं; सब समझे हैं; इसीलिए सबसे न्यारी ।।
हिन्दी गीत सभी को भाते, पिक्चर-टी वी से नाते ।
मोबाइल या लैपटॉप हो, नैट तलक  हिन्दी पाते ।।
शब्दकोष है इतना विस्तृत, यहां सब शब्द मिल जाते ।
यांत्रिकी कानून कोई हो, हिन्दी में सब पढ़ पाते ।।
मुल्क दूसरों को भी देखो, निज भाषा  बढ़ते जाते ।
अपनी भाषा के प्रयोग से,समझ लेत अरु समझाते ।।
राज्य की भाषा बहु दिनों से, निज भाषा राष्ट्र बताते ।
इच्छाशक्ति की है जरूरत, हिन्दी ध्वज जग लहराते ।।

✍️ राम किशोर वर्मा
     रामपुर



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