बुधवार, 9 सितंबर 2020

मुरादाबाद मंडल के सिरसी (जनपद सम्भल) निवासी साहित्यकार कमाल जैदी वफ़ा की लघुकथा -------- फरमाबरदार बीवी


     कहना न मानने पर जमील मियां ने पहली बीवी को तलाक़ दे दिया था .अब वह चाहते थे कि उन्हें ऐसी बीवी मिले जो उनका हर हुक्म बजा लाये . जल्द ही उनकी यह ख्वाहिश पूरी हो गई उनकी रिश्ते की खाला नईमा ने अपने मौहल्ले की सीधी सादी लड़की रमशा से उनकी शादी करा दी.  रमशा जमील मियां का हर हुक्म बिना चूं चरा के बजा लाती थी . जमील मियां भी खुश थे कि उन्हें कितनी कहना मानने वाली बीवी मिली है. मौहल्ले में भी चर्चा थी कि जमील मियां की दूसरी बीवी बड़ी फरमाबरदार है. बुधवार को दफ्तर से घर आये जमील मियां कुछ झल्लाये हुए थे . उनके आने पर रोज़ाना की तरह शीशे के गिलास में पानी लेकर आई रमशा उनके पास आकर बोली -'लीजिये पानी ' 'रख दो ' झल्लाये जमील मियां ने जवाब दिया. 'कहाँ?'रमशा ने फिर सवाल दाग दिया. गुस्साए जमील मियां ने कहा -'मेरे सर पे दे मारो ' इतना सुनते ही फरमाबरदार  रमशा ने शीशे का गिलास जमील मियां के सर पर दे मारा।
 
✍️  कमाल ज़ैदी 'वफ़ा'
प्रधानाचार्य, अम्बेडकर हाई स्कूल बरखेड़ा
सिरसी (सम्भल)
9456031926

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