बुधवार, 9 सितंबर 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार डॉ पुनीत कुमार की लघुकथा ----हार की खुशी


सुखवीर हॉकी का बेहतरीन खिलाड़ी था। आसपास के कई जिलों में उसकी टक्कर का कोई नहीं था। वो एक अच्छा कोच भी था। दूर दूर से युवा ,उसके पास हॉकी सीखने के लिए आते थे। वो सबको बड़ी लगन और मेहनत से सिखाता था।
  पिछले दिनों उसकी टीम का मैच पड़ोसी ज़िले की टीम के साथ हुआ। मैच में पूरे समय रोमांचक खेल चल रहा था।आखिरी क्षणों में विपक्षी टीम ने एकजुट होकर अपनी पूरी ताकत लगा दी और एक गोल ठोक कर जीत हासिल कर ली। पूरे स्टेडियम में सन्नाटा छा गया। लोग विश्वास नही कर पा रहे थे कि जिस टीम में सुखवीर जैसा खिलाड़ी हो,वो टीम हार गई है।उदासी और मायूसी से सब के चेहरे लटके हुऐ थे लेकिन सुखवीर को मन ही मन खुशी महसूस हो रही थी,क्योंकि जीतने वाली टीम के सभी खिलाड़ियों को उसने ही खेलना सिखाया था ।

✍️  डॉ पुनीत कुमार
T -2/505
आकाश रेजिडेंसी
मधुबनी पार्क के पीछे
मुरादाबाद - 244001
M  - 9837189600

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