शिक्षक हमपर प्यार लुटाते
श्रद्धाभाव हमें सिखलाते
जो पढ़ने से आंख चुराता
उसको अपने पास बुलाते।
ठीक समय विद्यालयआते
हिंदी, इंग्लिश, मैथ पढ़ाते
ब्लैक बोर्ड परआसानी से
पाठ सभी को याद कराते।
हल्की-फुल्की डांट लगाते
नहीं किसीपर हाथ उठाते
खेल-खेल में ही बच्चों को
शिक्षा की महिमा बतलाते।
शिक्षा से उजियारा पाते
बिन शिक्षा बेहद पछताते
बिना गुरु जीवन नैया हम
लेकर पार नहीं जा पाते।
पांच सितंबर भूल न पाते
गुरु चरणों मे सीस नवाते
अंधकार का नाम मिटाने
उजियारा घर-घर पहुंचाते।
शिक्षक हमपर-----------
✍️वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी
मो0- 9719275453
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