बुधवार, 14 अक्तूबर 2020

मुरादाबाद मंडल के जनपद रामपुर निवासी साहित्यकार डॉ राजेन्द्र सिंह विचित्र की लघुकथा ---- गरीब लड़की



       एक लड़की थी जिसका नाम चम्पा था चम्पा के माता-पिता बहुत गरीब थे जिसके कारण वह पढ़ लिख भी ना सकी ।चम्पा ने जब अपने जीवन के बीस बसन्त पूरे किये तब फिर वह अपनी शादी के  सपने सँजोने लगी और सोचने लगी की शायद भविष्य में अपने होने वाले पति के साथ सुख से जी सकूँगी तथा फिर उसके माता-पिता ने उसका विवाह चन्दन नाम के एक व्यक्ति के साथ कर दिया ।चन्दन शराब पीने का बहुत आदि था जिसके कारण आये दिन घर में झगड़ा होता रहता था। धीरे-धीरे समय गुजरता गया और फिर चम्पा के एक लड़का पैदा हुआ फिर आठ महीने बाद चम्पा के एक लड़की तथा दस महीने बाद एक लड़का और हुआ। चम्पा का पति चन्दन तब भी खूब शराब पीता था।एक दिन अचानक चम्पा की तबियत बिगड़ गयी उसे अच्छा इलाज नहीं मिल सका जिसके कारण उसकी बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती चली गयी।उसका इलाज कराने के लिये घर में पैसे नहीं थे जिससे उसे अच्छे डॉक्टर को नहीं दिखाया जा सका लेकिन उसका पति रात-दिन शराब पीता रहता था। लम्बी बीमारी के चलते चम्पा की एक दिन मृत्यू हो गयी और वह अपने पीछे अपने सपने,यादें तथा तीन बच्चों को छोड़ गयी।

✍️डॉ.राजेन्द्र सिंह 'विचित्र,' रामपुर ,उत्तर प्रदेश

असिस्टेंट प्रोफेसर, तीर्थकर महावीर विश्वविद्यालय मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश

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