चलो मनों में दिए जलाएं ।
चलो घरों में दिए जलाएं ।।
चलो चांद से मिल के आएं ।
चलो गगन में दिए जलाएं।।
आशा और विश्वास जगाएं ।
चलो अंधेरा दूर भगाएं ।।
चलो मोहब्बत सब में बांटे ।
चलो सभी को गले लगाएं ।।
नफरत का हर शब्द मिटाएं ।
प्रेम-भाव सद्भाव बढ़ाएं ।।
आओ मिलकर दिए जलाएं ।
आओ यूं दिवाली मनाएं ।।
✍️मुजाहिद चौधरी, हसनपुर ,अमरोहा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें