सोमवार, 23 नवंबर 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार (वर्तमान में दिल्ली निवासी ) आमोद कुमार अग्रवाल का गीत ------------ ये प्यार तुम्हेंं दे सकता हूँ


जीवन के चौराहों पर आ मिलने वाली,

हर साँस -साँस की राहों से,

मृत्यु की सीमाओं पर फैली हर डाली की

 फाँस -फाँस की आहों से,

विशवास दिला दो किंचित भी तो,

जीवन के मंजुल सपनो का

बलिदान तुम्हेंं दे सकता हूँ,

ये प्यार तुम्हेंं दे सकता हूँ।


आशाओं के दीपों पर आ घिरने वाली,

रजनी की निश्छल बाहों का,

शत -शत जन्मों तक भी न मिलने वाली

अव्यक्त अधूरी चाहों का,

व्यवधान हटा दो इतना सा भी तो,

चिड़ियों के चंचल गीतों का,

मृदु गान तुम्हेंं दे सकता हूँ,

ये प्यार तुम्हेंं दे सकता हूँ।


भँवरों के गुंजन से ही क्यों

खिल उठती मुरझाए फूलों की लाली,

प्रियतम के वन्दन चिन्तन से ही क्यों

प्रिया हो जाती मतवाली, 

यह रहस्य बता दो मुझको तुम तो,

सान्ध्य गगन पर फैली अरुणा का

परिधान तुम्हेंं दे सकता हूँ,

ये प्यार तुम्हेंं दे सकता हूँ।

✍️ आमोद कुमार अग्रवाल

सी -520, सरस्वती विहार
पीतमपुरा, दिल्ली -34
मोबाइल फोन नंबर  9868210248

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