बुधवार, 7 अक्तूबर 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार राजीव प्रखर की लघुकथा -- माला


"मेरी प्यारी, सुंदर सी माला....", कृष्णा, मरियम, जुम्मन और हरमीत द्वारा इकट्ठे किए गये मनकों से सुंदर सी माला बनाती हुई बूढ़ी ननिया प्रसन्नता से बुदबुदाई।

✍️ राजीव 'प्रखर',  मुरादाबाद

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