शनिवार, 19 जून 2021

मुरादाबाद मंडल के सिरसी (जनपद सम्भल ) निवासी साहित्यकार कमाल जैदी वफ़ा की कहानी ---नैतिकता


मार्निग वाक पर निकले मौहल्ले के प्रौढ़ पार्क में बैठे आपस मे बातें कर रहे थे. क्रिकेट खेलकर थक चुका रोहित सुस्ताने के लिये वहीं बैठा उनकी बातें सुन रहा था शर्मा जी बोले - "क्या जमाना आ गया है नैतिकता नाम की चीज ही नही रही".खान साहब ने उनकी हाँ में हाँ मिलाते हुए कहा -"बजा फ़रमाया अब जमाना बदल गया है " गुप्ता जी भी कहने लगे -"नई तांती में तो संस्कार नाम की चीज रही ही नही." " हाँ भाई ,पहले के लोगो मे बहुत ईमानदारी थी .अच्छा चलो, अब चलें." कहते हुए मिस्टर दास उठे तो सब उनके साथ उठकर अपने-अपने गंतव्यों की ओर चल दिये खान साहब सीधे मस्जिद पहुचे  उन्हें सूरज निकलने से पहले सुबह की नमाज अदा करनी थी मस्जिद के अंदर अंधेरा देखकर मुतवल्ली पर चिल्लाये अंधेरा क्यों है मुतवल्ली ने बताया कि बिल जमा न होने के कारण लाइन कट है खान साहब ने बांस का डंडा उठाया और कटिया बनाकर मस्जिद के पास से गुजर रही लाइन में डाल दिया फिर अंदर के दालान में जाकर अल्लाह हू अकबर कहते हुए सुबह की नमाज की नीयत बांध ली। शर्मा जी रास्ते मे पड़ने वाले बुक स्टाल पर रुके और  बुक स्टाल स्वामी से पूछे बिना अखबार उठाकर पढ़ने लगे बुक स्टाल मालिक मन ही मन कुढ़ता रहा पूरा अखबार पढ़कर बिना तह किये  वहीं अखबार रखकर शर्मा जी अपने घर की ओर चल दिये।गुप्ता जी घर से चाय नाश्ता कर  अपनी दुकान पहुँचे दुकान में बने छोटे से खूबसूरत मन्दिर के सामने हाथ जोड़कर श्रद्धा से सर झुकाया और दुकान के अंदर ही बने गोदाम में पहुचे और लहटे के तेल में चायना से आयातित पाम ऑयल का पीपा लौट दिया फिर निश्चिंत होकर थले पर आकर बैठ गये।मिस्टर दास घर पहुँचकर पत्नी से बोले - "अरे भई, जरा जल्दी नाश्ता लगा दो. मुझे जल्दी ऑफिस जाना है. दो दिन हो गये गये हुए. आफिस का बॉस हूं तो क्या, जाना तो है ही ।"  मिस्टर दास तैयार होकर अपने आफिस पहुच गये अभी तक कोई आफिस में नही आया था उन्होंने अलमारी खोलकर स्टाफ अटेंडेंस रजिस्टर निकाला और मुस्कराते हुए दो दिन से खाली पड़े कालम सहित आज के अपने कालम में  हस्ताक्षर करके रजिस्टर वापस अलमारी में रख दिया। दूसरे दिन सभी दोस्त फिर वहीं पार्क में इकट्ठे हुए और एक दूसरे को बीते कल की दिनचर्या सुनाते हुए अपनी सफलता पर ठहाके लगा रहे थे और यह सब सुनकर रोहित सोच रहा था दूसरों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले यह लोग सही है या आजकल के हम युवक जो गलती करने पर सॉरी बोल देते है।

✍️ कमाल ज़ैदी "वफ़ा", सिरसी (संभल) मोबाइल फोन नम्बर 9456031926

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