रविवार, 6 जून 2021

मुरादाबाद मंडल के बहजोई (जनपद सम्भल ) के साहित्यकार धर्मेंद्र सिंह राजौरा की रचना ---- वृक्ष धरा का आभूषण हैं इनको मत काटो प्यारे

 


वृक्ष धरा का आभूषण हैं 

इनको मत काटो प्यारे 

हर लेते सारा प्रदूषण हैं 

इनको मत काटो प्यारे


लकड़ी फूल  फल देते 

देते प्राणवायु हम सबको 

करते हम सबका पोषण हैं 

इनको मत काटो प्यारे 


जनम से लेकर मृत्यु तक 

काम हमारे आते हैं ये 

ये सृष्टि का आकर्षण हैँ 

इनको मत काटो प्यारे 


वृक्ष ना होते अगर धरा पर 

सोचो क्या जीवन संभव था 

ये लाते शीतल वर्षण हैँ 

इनको मत काटो प्यारे 

✍🏻 धर्मेंद्र सिंह राजौरा, बहजोई

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