गुरुवार, 3 जून 2021

मुरादाबाद के साहित्यकार स्मृतिशेष दयानन्द गुप्त की काव्य कृति --नैवेद्य । इस कृति में उनके 52 गीत संगृहीत हैं। इसका प्रकाशन वर्ष 1943 में इलाहाबाद से हुआ था। यह कृति हमें उनके सुपुत्र उमाकांत गुप्त से प्राप्त हुई है ।



 

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:::::::प्रस्तुति ::::::

डॉ मनोज रस्तोगी

8,जीलाल स्ट्रीट

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

मोबाइल फोन नम्बर 9456687822

1 टिप्पणी:

  1. डॉ मक्खन मुरादाबादी जी की टिप्पणी
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    यह बहुत अच्छा हुआ। मैं तो उमाकांत जी से कहता-कहता हार गया कि आ.दयानंद जी ने साहित्य के लिए अपनी वैधानिक व्यस्तता में से समय निकाल कर मूल्यवान कार्य किया है और सामाजिक कार्य बहुतों ने किये हैं लेकिन उन्होंने अपनी राजनीतिक विचारधारा के विरुद्ध जाकर वह किया जो किसी ने नहीं किया।उनका बड़ा योगदान है।
    तुम सफल हुए। बधाइयां।
    उमाकांत जी देर आए, दुरुस्त आए, उन्हें साधुवाद। बहुत अच्छा लगा।अब उन्हें उत्सुक जन पढ़ पायेंगे।
    पुनः बधाइयां और शुभकामनाएं।
    डॉ मक्खन मुरादाबादी,

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