" मेरा नाम रवि कुमार है। मैं आयकर अधिकारी था।"
" मैं श्यामा प्रसाद ,डिग्री कॉलेज में प्रधानाचार्य था।"
" मैं राम सिंह हूं। सिंचाई विभाग में मुख्य अभियंता के पद से सेवा निवृत हुआ हूं।"
सब बारी बारी से,बड़े गर्व के साथ अपना परिचय दे रहे थे। हरिप्रकाश, जो बड़े बाबू के पद से सेवा निवृत हुए थे,अटपटा सा महसूस कर रहे थे। सोच रहे थे, मैं इन बड़े लोगों के बीच कहां फंस गया।जब उनकी बारी आई,उन्होंने हिम्मत जुटा कर बोलना शुरू किया,"क्षमा चाहता हूं। मुझे कुछ भी नहीं याद आ रहा है। मैं किस विभाग में था,किस पद पर था। मैं तो अपना नाम तक भूल चुका हूं। मैं केवल इतना जानता हूं कि मैं एक सेवा निवृत कर्मचारी हूं। अब यही मेरी पहचान है।"
✍️ डॉ पुनीत कुमार, T2/505 आकाश रेजीडेंसी, आदर्श कॉलोनी रोड, मुरादाबाद 244001, M 9837189600
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