बुधवार, 22 जुलाई 2020

मुरादाबाद की साहित्यकार स्वदेश सिंह की लघुकथा ---- झूठा प्यार


आखिर पांच साल के लंबे प्रेम  के बाद  आज राहुल शादी कल्पना से हो गई ।कल्पना स्टेज पर खुश नजर नहीं आ रही थी.... क्योंकि उसका प्यार केवल एक दिखावा था । वह राहुल से प्यार नहीं करती थी बल्कि टाइम पास करती थी। परंतु अपने पिता के दबाव में आकर शादी के लिए हां करनी पड़ी । राहुल कल्पना से सच्चा प्यार करता था ...और उसे हर कीमत पर पाना चाहता है । बहुत  ही मुश्किल से  कल्पना राहुल से शादी करने के लिए तैयार हुई  । कल्पना किसी बंधन में बंधकर अपनी जिंदगी को नहीं बिताना चाहती थी। शादी के बाद दोनों कुछ ही दिन खुश रहे होंगे ....कि दोनों में झगड़े होना शुरू हो गए ....कल्पना एक बहुत ही महत्वाकांक्षी लड़की थी ...उसे जीवन में भरपूर ऐशो-आराम  व ठाठ -बाट चाहिए  था। राहुल यह सब करने में असमर्थ था... जिसके कारण दोनों में तनाव रहने लगा। धीरे- धीरे  तनाव  इतना बढ़ गया कि राहुल के लिए असहनीय हो गया । उसने अपने जीवन को खत्म करने की सोची..... परंतु अपने  बूढे माँ -बाप के बारे में सोच कर वह ऐसा  नहीं  कर पाता था।  कल्पना  का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा था ,जब पानी सर से ऊपर गुजर गया तब राहुल ने कल्पना को स्वतंत्र करने की सोची और कमरे में फांसी का फंद बनाकर लटक गया ।.... क्योंकि वह उसे इतना प्यार करता था ....कि उसके बिना वह रह नहीं सकता था और कल्पना उसके साथ रहने को तैयार नहीं थी ।

स्वदेश सिंह
सिविल लाइन्स
मुरादाबाद

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