बुधवार, 22 जुलाई 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार अशोक विश्नोई की लघुकथा --कथनी-करनी


      नेता जी सभा को सम्बोधित करते हुए कह रहे थे, ''हमें बहुत कुछ करना है---------अब समय आ गया है कि हम सब एक जुट होकर देश की सेवा में लगें और राष्ट्रीय एकता व अखण्डता को सदैव बनाये रखें । हमें गरीबी हटानी है, गरीब नहीं --------।''
         भाषण समाप्त होते ही नेता जी की  जीप तेजी से आई और गली के मोड़ पर बैठे दो गरीबों को रौंदती  हुई चली गई । उधर वातावरण में अब भी किसी के बोलने की आवाज़ गूंज रही थी ,'' हमें गरीबी हटानी भाइयों,---------देश को आगे बढ़ाना है ! गरीबों को उनका हक दिलाना है---------।।---------।।

अशोक विश्नोई
  मुरादाबाद
 मो० 9411809222

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