बुधवार, 15 जुलाई 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार विभांशु दुबे विदीप्त की कहानी - 'ऑनलाइन क्लास'


       'ओह, 10 बजे गए, 11 बजे से ऑनलाइन क्लास लेनी है', राकेश ने दुकान पर खड़े हुए घड़ी में देख मन ही मन कहा l राकेश, एक निजी स्कूल में अध्यापक था l लॉक डाउन के चलते स्कूल तो बंद हैं, अब ये ऑनलाइन क्लास के भरोसे ही सारा काम चल रहा है l निजी स्कूल के शिक्षकों को लॉक डाउन में अपनी आजीविका चलाने के लिए एकमात्र सहारा ये ऑनलाइन क्लासेस ही तो थीं l दिन भर 5 घण्टे की क्लास लेने के बाद स्कूल से माह का आधा वेतन मिलता था l प्रबंधक ने साफ़ कह दिया था कि यदि ऑनलाइन काम नहीं तो वेतन भी नहीं l राकेश के पैर जल्दी जल्दी घर की ओर दौड़ने लगे l ' अरे यार! मैं तो भूल ही गया, वो बिना तार वाले हेडफोन लेने थे एक मित्र से' l घर का सामान लेने की जल्दी में राकेश अपने मित्र रवि से वो बिना तार के हेड फोन लेना भूल गया l अब ऑनलाइन पढ़ाने में उसे फोन को दूर रख बोर्ड पर पढ़ाना होता था, लेकिन वहाँ से आवाज फोन तक नहीं पहुंच पाती थी l आधी तनख्वाह में घर का खर्चा ही मुश्किल से निकल पा रहा है l उपर से हर दिन नेट का अतिरिक्त खर्च भी झेलना है, फिर ये बिना तार का हेड फोन जो कम से कम हजार - बारह सौ से कम न मिलेगा, इसीलिए एक मित्र से कुछ दिनों के लिए 'उधार' लेना पड़ रहा है l राकेश रवि के घर पहुंचा और दरवाज़ा खटखटाया l रवि उसे देखते ही समझ गया कि वो वहाँ क्या लेने आया है l रवि ने हेड फोन देते हुए कहा - "यार शाम से पहले दे जाना, लड़के को फोन में गेम खेलना होता है वो बड़ा उत्पात मचायेगा" l राकेश हाँ में गर्दन झुका घर चला आया l आते ही सीधा उपर वाले कमरे में गया और क्लास की तैयारी करने लगा l आज किसी शैतान लड़के ने फिरकी लेने के मिजाज से अपने भाई के दोस्त को क्लास में जोड़ लिया था l उसने पूरे 1 घण्टे राकेश को खूब ही परेशान किया l किसी तरह क्लास निपटा वो सोफ़े पे बैठा सोचने लगा l रोज ही ऐसी हरकत होती रहती, कोई न कोई शैतान छात्र किसी न किसी तरह उसे परेशान किया करता l स्कूल में शिकायत का कोई नतीज़ा नहीं, उल्टा प्रधानाचार्य ने कह दिया कि ज्यादा दिक्कत हो तो क्लास बंद कर दो l अगर क्लास बंद कर दी तो जो आधा वेतन आता है वो भी नदारद l इसी उधेड बुन में शाम हो चली l राकेश रवि के घर की ओर चल पड़ा, हेड फोन वापस करने l उधर अपने एसी कमरे में सोफ़े पर लेटे हुए एक अभिभावक अपने मित्र को ज्ञान दे रहे थे - 'ऑनलाइन क्लास एक दम बकवास है यार l  पैसा लूट रहे हैं सब l इससे कोई फायदा नहीं होने वाला l' इत्तेफाक से इनका लड़का ही था जो आए दिन बाहर के लड़कों को ऑनलाइन क्लास में बुला राकेश को तंग किया करता था l राकेश रवि के घर से वापस लौट रहा था ये सोचते हुए कि स्कूल तो बंद ही हैं यदि ऑनलाइन क्लास भी बंद हो गई तो क्या होगा?

- विभांशु दुबे 'विदीप्त'
गोविंद नगर, मुरादाबाद
9948149835

2 टिप्‍पणियां:

  1. जो लोग कहते हैं ना कि ऑनलाइन क्लास से कुछ नही होगा ये वही लोग है जिन्हें बच्चों से ज्यादा फीस की चिंता है ।

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